काजीरंगा राष्ट्रीय आर्किड और जैव-विविधता पार्क: यहाँ पर फ्लोरा यानि कि फूलों, वनस्पतियों की सभी प्रजातियों को सँजोकर ग्रीनहाउस के संरक्षण में रखा गया है। आर्किड पार्क में जंगली ऑर्किड की 500 से अधिक किस्में, खट्टे फल और पत्तेदार सब्जियों की 132 प्रजातियां, बांस की 46 प्रजातियां, बेंत की 12 प्रजातियां और स्थानीय मछलियों की विभिन्न प्रजातियों के साथ कई अन्य पौधे हैं।
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यहाँ पर ऑर्किड की 35000 से ज्यादा प्रजातियाँ हैं, जिनमें से सिर्फ 1314 जातियाँ ही भारत में पाई जाती हैं।
जिनमें ऑर्किड की 850 किस्में उत्तर भारत में पाई जाती हैं और करीब 402 जितनी प्रजातियाँ सिर्फ असम में ही उत्पन्न होती हैं।
ऑर्किड पार्क में 600 से अधिक जंगली ऑर्किड की प्रजातियाँ मौजूद हैं। जिन्हें उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों से इकट्ठा किया गया है।
जिनमें से कडवे- खट्टे फलों और पत्तेदार सब्जियों की 132 किस्में शामिल हैं।
46 बांस की प्रजातियाँ हैं, जिनमें 12 प्रजातियाँ बेंत की भी मौजूद हैं।
अन्य पौधों साथ ही स्थानीय मछलियों की भी विभिन्न प्रजातियाँ देखने को मिलती हैं।
ऑर्किड पार्क के बनाने की दो बड़ी वजह रहीं, सबसे बड़ी वजह यह है कि, ऑर्किड की पाई जाने वाली विभिन्न प्रजातियों को सँजोकर रखना और दूसरी वजह प्रकृति के आश्चर्यचकित सर्जन से आम जनता को रूबरू कराया जा सके।